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क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होता है कैसे काम करता है? Cloud Computing Example, Types, Cost, Speed, Performance, Delivery Models, Benefits & Disadvantage!
दोस्तों के इस डिजिटल दुनिया में Cloud Computing का नाम आप सभी ने सुना ही होगा और उसका यूज़ भी आप सभी करते ही होंगे लेकिन क्या आप को पता है आखिर यह Cloud Computing Kya Hai ? और अभी तक आपको क्लाउड कंप्यूटिंग के बारे में क्लियर इनफार्मेशन आपको ना मिली हो, ऐसा भी हो सकता है की अपने कभी क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल किया ही नहीं हो। तो इतना जान लीजिए की अपने कभी Online Service के जरिये Email भेजते है Document को Edit करते है, Movies देखते है, TV देखते है, Games खेलते है, Music सुनते है और Files को स्टोर करते है तो यह सब करने के पीछे Cloud Computing का ही हाथ है।
आज छोटी से छोटे स्टार्टअप का और बड़ी से बड़ी कंपोनीइसका इस्तेमाल कर रही है, तो ऐसे में आप क्लाउड कंप्यूटिंग को समझना चाहते है तो आज की यह पोस्ट आपके लिए है। क्योकि आज My Secret Guide की इस पोस्ट में आपको क्लाउड कंप्यूटिंग से जुडी खास जानकारीया मिलने वाली है। जिसके लिए इस पोस्ट को आखिर तक जरूर पढ़े! तो चलिए जानते है की Cloud Computing Kya Hai (What is Cloud Computing)? Cloud Computing में अपना Career बनाने के लिए इस पोस्ट को पढ़े! (Cloud Computing Me Career Kaise Banaye)
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Cloud Computing Kya Hai? (What is Cloud Computing with Example)
हम जब Computer या Mobile में फाइल सेव करते है तो उसे किसी फोल्डर में सेव करते है और यह काम सिर्फ Offline होता है। और जब हम अपना फ़ोन या कंप्यूटर Change कर लेते है तो उस Files को नहीं धुंध पाते इस Problem का Solution Cloud Computing देती है क्यों की Data को स्टोर करने के लिए इस्तेमाल की जाती है।
क्लाउड कंप्यूटिंग Computing Services की डेलिवेरी होती है जिसमे Servers, Storage, Databases, Networking, Software, Analytics और Intelligence शामिल है। यह साड़ी Services Internet के जरिये ही अवेलेबल हो पाति है तो यहाँ पर Cloud का मतलब है इंटरनेट से क्लाउड कंप्यूटिंग को एक ऐसे स्टोरेज के रूप में भी समझा जा सकता है जिसे हम कभी भी कही भी use कर सकते है। इसमें आप अपनी Files को ऑनलाइन एडिट कर सकते है, किसी भी Size की फाइल ऑनलाइन शेयर कर सकते है और Google Drive जैसे प्रोवाइडर इस सर्विस को फ्री में अवेलेबल करवाते है। यानि Cloud Computing का इस्तेमाल करना बहोत इसी सिक्योर और इकनोमिक होता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसा मॉडल है जो Internet की मदद से Data को मैनेज, स्टोर और प्रोसेस करता है। Cloud Computing Kya Hai? आइये हम इसे एक Example से समझते है:
क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है (Cloud Computing Example)
मान लीजिये के आपने कोई File बनाई जो कोई Audio File, Video File, MS Word या Excel जैसी कोई भी फाइल हो सकती है। और उस फाइल को आपने अपने PC या Laptop में सेव कर लिया यह File PC के हार्डडिस्क में Save हो गई अब आपको कही बहार जाना है जहा आपको उस फाइल की जरुरत भी होगी तो इसके लिए आप किसी Pan-drive या External Hard disc उस डाटा को सेव करके ले जाएंगे लेकिन अगर आप Cloud Computing का इस्तेमाल करते है तो आपको उसे किसी भी स्टोरेज डिवाइस में जरुरत नहीं होगी आपके पास इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए और बस फिर आप आसानी से उस Data को Google Drive या Dropbox जैसी सर्विसेज में स्टोर कर सकते है और कही से भी उस Files को एक्स्सेस कर सकते है। इसके लिए आपको अपना लैपटॉप या पेन ड्राइव जैसा कुछ साथ ले जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी और तो और PC या Laptop ख़राब हो जाने की कंडीशन में भी Cloud Computing की मदद से अपने डाटा का Backup आसानी से ले सकते है। क्योकि आपका Data किसी गूगल ड्राइव जैसी सर्विस पर Save और Secure होगा। तो क्लाउड कंप्यूटिंग को समझने के लिए आपको इसके कुछ नाम जानने चाहिए ताकि इसे समझना आपके लिए और भी ज्यादा आसान हो जाए।
Example Names of Cloud Computing
- Google Drive
- Dropbox
- Gmail
- Picasa
- Flicker
- Hubspot
- Salesforce
- Adobe Marketing Cloud
- Google Docs
- Amazon Web Services
- Slide Rocket
- IBM Cloud
तो आज-कल हर कोई ट्रेडिशनल फॉर्मेट को छोड़ कर के क्लाउड कंप्यूटिंग की तरफ तेजी से बढ़ रहा है क्यों की Cloud Computing बहोत सरे बेनिफिट देती है जैसे की इसी तू यूज़ यानि की use करने में बहोत ही आसान। क्लाउड कंप्यूटिंग को इस्तेमाल करना बहोत ही आसान होता है और इसे कभी भी कही से फ़ोन, टैबलेट या अपने कंप्यूटर पर यूज़ किया जा सकता है।
Cloud Computing Cost
क्लाउड कंप्यूटिंग की कीमत की बात करे तो इसकी Cost काफी कम होती है, इसका यूज़ करने वाली Companies को Hardware, Software खरीदने की और सेटअप बनाने का खर्चा करने की जरुरत नहीं पड़ती बल्कि कंपोनी ऑनलाइन इंटरनेट पर Space लेकर कर के क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल करके अपना बिज़नेस बहोत ही काम खर्चे में चला सकती है।
इस सर्विस के जितने रिसोर्सेस का इस्तेमाल एक यूजर करता है उसे उतना ही कीमत चुकानी होती है यानि Pay करना होता है। यानि की यह सर्विसेज बहोत ही फ्लेक्सिबल और budget friendly भी है।
Cloud Computing Speed
क्लाउड कंप्यूटिंग की स्पीड बहोत ही फ़ास्ट होती है यानि कुछ क्लिक करके ही Business को आगे बढ़ाया जा सकता है। क्योंकि अगर Internet Speed फ़ास्ट हो और Cloud Computing पर सारा काम तेजी से होता रहेगा तो बिज़नेस तो Grow करेगा ही।
Cloud Computing Performance
क्लाउड कंप्यूटिंग की सर्विसेज सिक्योर और अपग्रेड होती है इसी लिए इनकी Performance हर बार बेहतर होती है और साथ अगर Reliable होने की बात करे तो Cloud Computing Data बैकअप और डिज़ास्टर रिकवरी को आसान बना देती है। इसी लिए इसे एक Reliable Service कहा जाता है जहा तक सिक्योरिटी का पॉइंट है तो बहोत ही Cloud Provider इसे फोरेंसिक, टेक्नोलॉजीस का सेट ऑफर करते है ताकि यूजर के लिए Data, Apps और Infrastructure को सेट्स से बचाना ज्यादा आसान हो जाता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग के लाभ (Benefits of Cloud Computing)
- स्केल और स्पीड
- उपलब्धता और विश्वसनीयता
- प्रत्यास्था और उत्पादकता
क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार (Types of Cloud Computing in Hindi)
दोस्तों आप लोगो को पता ही होगा की एक ही तरहा की Services सभी के लिए सही नहीं होती है ऐसा ही Cloud Computing Services के साथ भी होता है इस लिए क्लाउड कंप्यूटिंग के कई Types होते है। जिनमे से अपने जरुरत के हिसाब से सही टाइप्स को चुन कर यूज़ किया जा सकता है इस लिए क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार जानना भी जरुरी होता है।
Cloud Location के Place पर क्लाउड कंप्यूटिंग के चार प्रकार होते है
Types of Cloud Computing
- Public Cloud
- Private Cloud
- Hybrid Cloud
- Community Cloud
#1. Private Cloud Model
प्राइवेट क्लाउड किसी Business या Organizations के लिए होता है जो उस कंपोनी के डाटा सेंटर पर लॉकेट भी हो सकता है या Company के द्वारा थर्ड पार्टी Service Provider के द्वारा मैनेज करवाया जा सकता है। Cloud कंप्यूटिंग के इस टाइप में Services और Infrastructure को Private Network पर मैंटेन किया जाता है।
#2. Community Cloud Model
इस तरह की क्लाउड कंप्यूटिंग ऐसी आर्गेनाइजेशन के बिच में Share होती है जिनके कॉमन गोल होते और जो मिलकर के एक Community बनती है उस कम्युनिटी के मेम्बर ही इस Services का use कर सकते है।
#3. Hybrid Cloud Model
हाइब्रिड क्लाउड Public Cloud और Private Cloud का कॉम्बिनेशन होते है, इस तरह के Cloud Computing में डाटा और अप्लीकेशन प्राइवेट और पब्लिक क्लाउड के बिच में मूव किये जाते है और ऐसी facilities देने वाले Hybrid Cloud का यूज़ करने से बिज़नेस को ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी और ज्यादा ऑफिसियल डेवलपमेंट ऑप्शंस मिलते है साथ ही बिज़नेस के इन्फ्राट्रक्चर और सिक्योरिटी ऑप्टिमाइज़ करना भी पॉसिबल हो पता है।
तो क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होता है और उसके टाइप्स जानने के बाद हम जानगे Cloud Services के तीन Delivery Models के बारे में।
क्लाउड डिलीवरी मॉडल क्या है (Cloud Computing Service Models)
- LaaS (Infrastructure as a Services)
- PaaS (Platform as a Services)
- SaaS (Software as a Services)
Infrastructure as a Service (IaaS)
यह क्लाउड कंप्यूटिंग की सबसे बेसिक केटेगरी है इसमें उसेर्स Cloud Provider से अपनी जरुरत के अनुसार रिसोर्सिस भाड़े (Rent) पर ले सकता है। इन रिसोर्सिस में Data Storage, Virtualization, Servers और Networking शामिल है।
Software as a Service (SaaS)
यह सर्विस ऑन डिमांड अप्लीकेशन के सॉफ्टवेयर की सर्विस अवेलेबल करवाती है इस में उसेर्स को अपने PC में Software Install करने की जरुरत नहीं पड़ती और इसकी कीमत भी काफी कम होती है।
Platform as a Service (PaaS)
यह सर्विस सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन को डेवेलोप, टेस्ट, डेलेवोर और मैनेज करने के लिए ऑन डिमांड इंवार्नमेंट सप्लाय करती है। ये Service वेब और Mobile अप्प्स को जल्दी बनाने के लिए डिज़ाइन की है। इसी के साथ आप Cloud Computing में एक क्लाउड प्रोवाइडर ये सारि फैसेलिटी भी दे सकते है।
Cloud Computing Service Models
On-Premises | LaaS (Infrastructure as a Services) | PaaS (Platform as a Services) | SaaS (Software as a Services) |
Applications | Applications | Applications | Applications |
Data | Data | Data | Data |
Runtime | Runtime | Runtime | Runtime |
Middleware | Middleware | Middleware | Middleware |
Q/S | Q/S | Q/S | Q/S |
Virtualization | Virtualization | Virtualization | Virtualization |
Servers | Servers | Servers | Servers |
Storage | Storage | Storage | Storage |
Networking | Networking | Networking | Networking |
- You Manage
- Other Manage
क्लाउड कंप्यूटिंग के नुकशान (Disadvantage of Cloud Computing)
क्लाउड कंप्यूटिंग के नुकसान की अगर बात करे तो यह सर्विस पूरी तरह से Internet पर डिपेंड है, यानि इंटरनेट है तो ये Services Use की जा सकती है वार्ना Cloud Computing का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
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क्लाउड कंप्यूटिंग ने आज लाइफ को बहोत आसान बना दिया है क्यों की अब तो आप Cloud Computing का इस्तेमाल करके आप दुनिया की किसी भी कोने से अपने Data को आसानी से Access कर सकते है और My Secret Guide को उम्मीद है की अब आप लोगो को Cloud Computing Kya Hai? और उससे जुडी साड़ी जानकारी मिल गई होगी इस लिए आप भी इस इसी Services का इस्तेमाल कीजिए और अपने Data को Safe और Secure बना लीजिये और अपने ओपेनियन हमें निचे दिए गए Comment Box में जरूर दे ताकि हमें भी आप लोगो से बहोत कुछ जानने को मिले धन्यवाद्।
Dear Sir
Wow! What a comprehensive article, thanks so much for the great advice. I’ve just started what I thought was a niche site about Neuro Linguistic Programming but maybe I didn’t niche down enough.
Keep up the great work & inspiring
Regards
Kumar Abhishek
Thanks…!!!